अब खाकी वर्दी में नजर आएंगे तृतीय लिंग, पुलिस महकमें का करेंगे नाम रोशन, भर्ती होने के लिए लगाई दौड़ और मारा जंप

रायपुर। तृतीय लिंग (किन्नर) को लेकर आपकी मानसिकता जल्द ही बदल जाएगी। ट्रेनों में वसूली.., मांगलिक कार्यक्रमों में गाते-बजाते किन्नर की छवि आप देखते रहे हैं। अब ये किन्नर खुद के कायाकल्प और प्रगति में जुट गए हैं। उन्होंने खाकी वर्दी पहनने का जज्बा दिखा दिया है। भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिलते ही वे सबकी सोच से आगे निकल गए। शारीरिक परीक्षा के लिए दौड़ हो या ऊंची कूद..। हर पैमाने पर खरा उतरकर पुलिस महकमे को भी सुखद आश्चर्य करा दिया है। कद-काठी और स्मार्टनेस के मामले में भी ये पीछे नहीं हैं। भर्ती प्रक्रिया के मापदंड से गुजरने के बाद जोश से लबरेज किन्नरों ने कहा- हम भी समाज में सेवा के लिए तैयार हैं..। जल्द ही वर्दी पहनेंगे और पुलिस महकमे का नाम रोशन करेंगे।

छत्तीसगढ़ सरकार, पुलिस विभाग और समाज कल्याण विभाग के समन्वय से तृतीय लिंग समुदाय को मुख्यधारा में जुड़ने का मौका मिल गया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर तृतीय लिंग समुदाय को पुलिस विभाग में भर्ती होने का अवसर दिया गया है।

तृतीय लिंग समुदाय का सपना अब साकार होने जा रहा है। समुदाय के 19 प्रतिभागी पुलिस में शामिल होने के लिए शारीरिक परीक्षा से गुजर रहे हैं, जिसमें 100 मीटर दौड़, 800 मीटर दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद और हैमर थ्रो शामिल हैं।

शुक्रवार सुबह 6 बजे इन प्रतिभागियों को कोटा खेल स्टेडियम रायपुर में बुलाया गया। समय से पहले ही ये प्रतिभागी पहुंच गए। वार्म-अप किया और भर्ती प्रक्रिया के पैमाने से गुजरने को तैयार हो गए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं रक्षित निरीक्षक रायपुर के संवेदनशीलता के कारण पुलिस प्रशिक्षक सरिता यादव एवं लोकेश वर्मा ने तृतीय लिंग समुदाय के पुलिस प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया है। तृतीय लिंग समुदाय के तनुश्री साहू, दीपिका यादव, सबुरी यादव, रानी सोरी, शिवन्या पटेल, नीशू क्षत्रिय, कृषि टांडी प्रतिभागी शारीरिक परीक्षा में दमखम दिखा रहे हैं।

भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वालों में सबसे ज्यादा रायपुर से प्रतिभागी हैं। कुल 19 प्रतिभागियों में से रायपुर के 7 प्रतिभागियों को मौका मिल गया है। साल 2018 में 23 प्रतिभागियों का चयन हुआ था। किन्हीं कारणों से चार प्रतिभागी सामने नहीं आए। परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। पुलिस भर्ती में राजनांदगांव से चार, बिलासपुर से दो, धमतरी, अंबिकापुर, जगदलपुर, कोंडागांव से एक-एक का चयन हुआ है।

छत्तीसगढ़ में 10 हजार थर्ड जेंडर किन्नरों के लिए काम करने वाली छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति का कहना है कि प्रदेश में दस हजार थर्ड जेंडर हैं। छत्तीसगढ़ आ‌र्म्स फोर्स में एक किन्नर पहले से है। बस्तर जोन में उसकी तैनाती है। साल 2018 में किन्नरों को भी पुलिस विभाग में भर्ती होने का मौका दिया गया था। शारीरिक परीक्षा हो चुकी थी। पूर्व में रिजल्ट नहीं जारी हुआ था। कुछ खामियों की वजह से प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी, जिसको अब पूरा किया जा रहा है।

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