नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा कि लगता है कि देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बनने से कुछ लोग खुश नहीं हैं। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”मैं सोच रहा था कि आज सदन में बड़ा ही उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला है। मैंने सोचा था कि उनका परिचय करने का आनंद होता। लेकिन शायद देश की महिला, आदिवासी, दलित ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बने ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है। इसलिए तो देखिए उनका परिचय तक नहीं होने देते हैं।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”किसान परिवारों से आने वाले, गांव के परिवेश से आने वाले सांसद बड़ी मात्रा में मंत्री बने हैं, उनका स्वागत करने का आनंद होना चाहिए था। लेकिन ये कुछ लोगों को रास नहीं आई है।”
संसद के मानसून सत्र का पहला दिन, लोकसभा की कार्यवाही शुरू
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विपक्ष के हंगामे के खिलाफ आपत्ति जताई। राजनाथ सिंह ने उस वक्त आपत्ति जताई, जब पीएम नरेंद्र मोदी सदन में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय दे रहे थे। हालांकि विपक्ष के सांसदों के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में जाने से पहले कहा था, मैंने सदन के सभी नेताओं से आग्रह करता हूं कि अगल कल शाम (मंगलवार) को वह लोग वक्त निकालें तो मैं कोरोना महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको देना चाहता हूं। हम इस मामले पर सदन के अंदर और बाहर भी चर्चा करना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ये सदन परिणामकारी हो, सार्थक चर्चा हो मैं ये उम्मीद करता हूं। देश की जनता जो जवाब चाहती है वो जवाब देने के लिए सरकार तैयार है।