नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने दर्जनों महत्वपूर्ण नीतिगत पहलों के माध्यम से बदलाव की नयी इबारत लिखी है और इन फैसलों ने लोगों के जीवन में अहम सुधार किये हैं तथा भारत को वैश्विक विकास का इंजन बनाया है। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके पास 8 बार पूर्ण बहुमत की सरकारों के साथ भारत की सेवा करने के अवसर था लेकिन उनके ऐसे 10 काम नहीं गिनाये जा सकते जो क्रांतिकारी बदलाव के कारक कहे जा सकें। शुक्रवार को एक अखबार में प्रकाशित लेख में शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने कारोबारी समुदाय को महत्व दिया क्योंकि प्रधानमंत्री का हमेशा से मानना है कि अगर उद्यमी समुदाय किसी देश की प्रगति की बागडोर नहीं संभालता तो वह देश आगे नहीं बढ़ सकता।
In the last 63 months, dozens of signature policy initiatives have not only brought about significant qualitative improvement in people’s lives, but also pitchforked India as a global growth engine: HM @AmitShah, read more at https://t.co/zdohdg4B6P pic.twitter.com/cynkG2TIGp
— BJP (@BJP4India) August 23, 2019
भाजपा अध्यक्ष ने आर्टिकल 370 के प्रावधानों को समाप्त करने और आर्टिकल 35ए को निष्प्रभावी करने के सरकार के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सरकार के दृढ़संकल्प को दर्शाता है जहां मोदी की दृढ़निश्चय वाली कार्यशैली ही उनकी कसौटी रही है। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 और अनुच्छेद 35ए पर सरकार के फैसले और संसद के दोनों सदनों में इससे संबंधित विधेयकों के पारित होने से ‘एक राष्ट्र-एक संविधान’ के सिद्धांत को साकार करने की मोदी की दृढ़ता और राजनीतिक क्षमता दिखाई देती है। इससे जम्मू कश्मीर विकास के नये युग में प्रवेश कर रहा है।
श्री शाह ने कहा कि इसी तरह मोदी सरकार ने नोटबंदी, GST, तीन तलाक की कुप्रथा को खत्म करने, सीमापार आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक, वन रैंक वन पेंशन जैसे कदम भी उठाये जिन्हें बहुत कठिन कार्य माना जा रहा था। उन्होंने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का सृजन, यूएपीए संशोधन विधेयक पारित होने तथा OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा दिये जाने संबंधी फैसले भी गिनाये। शाह ने कहा कि ये कदम निश्चित रूप से उन्हें भारत के अब तक के सबसे अधिक मजबूत दृढ़संकल्प वाले प्रधानमंत्री के तौर पर प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता दर्शाती है कि जब मात्र जनता के कल्याण के उद्देश्य के साथ कठोर फैसले लिये जाते हैं तो जनता पूरी तरह समर्थन देते हुए आपको प्रतिफल देती है। 2019 में 2014 से भी मजबूत जनादेश इस बात का प्रमाण है।