इस आयुर्वेदिक नुस्खे से 5 दिन में ठीक हो रहे कोरोना के मरीज, बढ़ जाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता, सामने आए चौंकाने वाले परिणाम

नई दिल्ली। दुनिया भर में जारी कोरोना संकट के बीच उसे रोकने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगातार कई देशों में वैज्ञानिकों की फौज काम कर रही है। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। खबरों की मानें तो लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल के डॉक्टरों ने दावा किया है कि सोंठ पाउडर और लहसुन के प्रयोग से महज पांच दिन में ही कोरोना को परास्त किया किया गया है। पहले फेज में जिन 16 मरीजों को सोंठ पाउडर और लहसुन दिया गया है उन सभी की रिपोर्ट पांच दिन में ही निगेटिव आ गई है। इन मरीजों के अलावा काढ़े के अलावा और कोई दवा नहीं दी गई।

कैसे तैयार होता है काढ़ा ?

इस काढ़े को तैयार करने के लिए दो भाग दालचीनी, चारभार तुलसी, दो भाग सोंठ, एक भाग काली मिर्च को कूट लें। इसके बाद दो कप पानी में तीन ग्राम कूटा हुआ पाउडर और स्वादानुसार गुड़ मिलाकर आग पर पकाएं। एक कप पेय बचने पर काढ़ा तैयार हो जाता है। इसे छानकर गर्म चाय की तरह पीएं।

कैसे मरीजों को दिया गया काढ़ा

डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना मरीजों को सोंठ पाउडर को गर्म पानी में मरीजों को सुबह शाम दिया गया। इसके अलावा कच्चा लहसुन एक दो पीस सुबह शाम चबाकर खाने को दिया गया। काढ़ा बनाने की विधि सामान्य है। जिसमें दो चार अतिरिक्त जड़ी बूटी वाली औषधियां अपनी तरफ से मिलाई गई है। अभी इस प्रयोग चल रहा है। कुल 80 से ज्यादा मरीजों पर प्रयोग के बाद काढ़ा बनाने की विधि सार्वजनिक की जाएगी।

औसतन एक हफ्ते में डिस्चार्ज हुए मरीज

मीडिया से बातचीत में लोकबंधु अस्पताल में आयुर्वेद के पंचकर्म स्पेशलिस्ट डॉ आदिल रईस ने कहा कि हॉस्पिटल में यह प्रयोग पिछले एक महीने से चल रहा है। इसके लिए गिलोय, सोंठ, अदरक सहित कई जड़ी-बूटियों से काढ़ा बनाया गया है। मरीजों को सुबह और शाम 50-50 एमएल काढ़ा दिया गया। इसके साथ पांच दिन बाद मरीज की दोबारा कोरोना जांच करवाई गई। इसमें यह सामने आया कि ज्यादातर मरीज पहली ही जांच में संक्रमणमुक्त पाए गए। ऐसे हर मरीज को औसतन सात दिन में डिस्चार्ज कर दिया गया।

दो ग्रुप में हो रही स्टडी

लोकबंधु हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. डीएस नेगी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आयुर्वेद से कोरोना के इलाज के लिए दो ग्रुप में स्टडी की जा रही है। एक ग्रुप में मरीजों को काढ़ा दिया जा रहा है तो दूसरे ग्रुप के मरीजों को अदरक, लहसुन और सोंठ दी जा रही है।

अब तक राज्यों में कोरोना से मरने वालों की संख्या 268 हुई

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से शनिवार को 11 और लोग की मौत के साथ ही इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढकर 268 हो गयी है। प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 5,908 लोग उपचार के बाद संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि संक्रमण से 268 लोग की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 11, 318 नमूनों की जांच की गयी। पूल टेस्टिंग के माध्यम से पांच-पांच नमूनों के 983 और दस-दस नमूनों के 148 पूल लगाये गये। इनमें पांच-पांच नमूनों वाले पूल में 179 पूल और दस-दस नमूनों वाले में 25 पूल कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इनकी अब अलग-अलग जांच की जाएगी।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के 5 आसान उपाय

  • तुलसी के 20 पत्ते अच्छी तरह से साफ करके उन्हें एक गिलास पानी में उबालकर छान लें। अब इस पानी में एक चम्मच पीसा हुआ अदरक और एक चौथाई दालचीनी चूर्ण डालकर पानी आधा रहने तक उबालें। गुनगुना करके उसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर चाय की तरह दिन में दो-तीन बार लें। जब भी लेना हो, इसे ताजा ही बनाएं। 
  • तुलसी के 20 पत्ते, अदरक का एक छोटा टुकड़ा और 5 कालीमिर्च को चाय में डालकर उबालें और उस चाय का सेवन करें। इसका सेवन सुबह और शाम के समय किया जा सकता है। दो चाय के बीच 10 से 12 घंटे का गैप दें।
  • रोजाना नहाने के बाद नाक में सरसों या तिल के तेल की एक-एक बूंद डालें। अगर आप किसी सार्वजनिक स्थान पर जा रहे हैं तो घर से निकलने के पहले भी ऐसा ही करें।
  • कपूर, इलायची और जावित्री का मिश्रण बना लें और इसे रुमाल में रखकर समय-समय पर सूंघते रहें।
  • लौंग और बहेड़े को देसी घी में भूनकर रख लें। इन्हें समय-समय पर मुंह में रखकर चूसते रहें।

क्या करें, क्या न करें?

  • हमेशा गुनगुने पानी और ताजे भोजन का ही सेवन करें।
  • भोजन में मूंग, मसूर, मोठ आदि हल्की दालों का प्रयोग करें।
  • मौसमी और ताजा फल व सब्जियों का उपयोग करें।
  • भोजन में अदरक, कालीमिर्च, तुलसी, इलायची, शहद आदि का नियमित उपयोग करें।
  • ठंड से बचाव करें, मौसम के अनुसार आवश्यक कपड़े पहनें ।
  • आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक्स, ठंडे पानी व ठंडे जूस का सेवन न करें।
  • अधिक चिकनाई या तले हुए भोजन का उपयोग भी कम से कम करें। कच्चे व अधपके मांसाहार से बचना चाहिए।

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