रायपुर। तीज-पोरा उत्सव का आयोजन साय ने अपने आवास पर तीज मनाने आई सभी माताओं और बहनों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उनकी उपस्थिति पर खुशी जताते हुए कहा, “यह बहुत खुशी का क्षण है। मेरे निमंत्रण पर विभिन्न जिलों से आई सभी बहनों का मैं स्वागत करता हूं।” तीज के दौरान विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शिव-पार्वती की पूजा करके अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की परंपरा में पोरा तिहार किसानों और पशु प्रेमियों को समर्पित है। उन्होंने कहा कि तीन दिन बाद तीज मनाई जाएगी, जो सुहागिनों का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार तीज के दिन माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए कठोर व्रत किया था।
आज हमने माताओं-बहनों के लिए महतारी वंदन योजना के तहत सातवीं किश्त जारी की है।इसके अलावा मुख्यमंत्री साय ने भाग लेने वाली महिलाओं के साथ शपथ लेकर राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। उन्होंने अपने आवास से पोषण रथ को हरी झंडी दिखाई और उससे संबंधित पोस्टर का अनावरण किया। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने और उनकी पत्नी ने राज्य की खुशहाली के लिए भगवान शिव की पूजा अर्चना करके की।