कीव। यूक्रेन संकट के बीच भारत ने एक बार फिर से भारतीय छात्रों से यूक्रेन छोड़ने की अपील की है। राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी कर छात्रों से तत्काल प्रभाव से यूक्रेन छोड़ने की अपील की। भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी की एक कॉपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर साझा की है। जिसमें कहा गया है कि भारतीय छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं को इंतजार छोड़कर वापस अपने देश में लौट जाना चाहिए।
बयान में कहा गया कि भारतीय दूतावास को बड़ी संख्या में फोन आ रहे हैं जिसमें चिकित्सा विश्वविद्यालयों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं की पुष्टि के बारे में पूछा जा रहा है। बयान ने बताया कि भारतीय छात्रों के लिए शिक्षा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए दूतावास संबंधित अधिकारियों के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसे में छात्र अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थायी तौर पर अपने वतन लौट जाएं।
रूस-यूक्रेन सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि तनाव को कम करना तात्कालिक प्राथमिकता है और वह आश्वस्त है कि इस मुद्दे को कूटनीतिक संवाद के जरिए ही हल किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में कहा कि हम यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर हो रही गतिविधियों और रूसी संघ द्वारा इस संबंध में की गई घोषणा सहित पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।
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— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 22, 2022
उन्होंने कहा कि रूसी संघ के साथ लगी यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गंभीर चिंता का विषय है। इन चीज़ों से क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दोनेत्स्क और लुहांस्क गणराज्य के क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने के आदेश पर सोमवार को हस्ताक्षर कर दिए, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव और भी बढ़ गया।