ढाका। आज होली है और रंगों के त्यौहार भी है लेकिन एक दुख भरी खबर बांग्लादेश से सामने आ रही है। ढाका में इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ है। 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने मंदिर में लूटपाट की है। एन आई के हवाले से खबर दी गई है। इस हमले में मंदिर के 3 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं। 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ अचानक मंदिर पर हमला करने के लिए पहुंचती है। फिर लोगों से मारपीट की जाती है और लूटपाट को अंजाम दिया जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर पर हमला हाजी सैफुल्लाह की अगुवाई में किया गया है।
इससे पहले भी बांग्लादेश में मंदिरों को निशाना बनाया जाता रहा है। अक्टूबर महीने में मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में झूठी अफवाह की आड़ लेकर बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों, मंदिरों और हिंदुओं के घरों पर जैसे भीषण हमले किए गए थे। पहले दिन से ये अफवाह फैलाई गई कि हिन्दुओं ने कुरान का अपमान किया। बिना सबूतों के और बिना सोचे-समझे बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा तक शुरू हो गई। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने दुकाने लूटी गई मंदिरों और घरों को निशाना बनाया था।
The attack on the Radhakanta ISKCON temple in Dhaka is ongoing. The Devotees informed the police but the police are not taking any action. (17-03-22)#savebangladeshihindus pic.twitter.com/QGOuoygmGs
— Voice Of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@hindu8789) March 17, 2022
ह्यूमन राइट ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार 2007 से 2019 के बीच अल्पसंख्य समुदाय से जुड़े 1500 लोगों पर हमले की घटनाएं सामने आई। इसके साथ ही धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ और हथियारबंद हमलों के सामने आए। ज्यादातर शिकार बनने वाले हिन्दू समुदाय से जुड़े लोग ही थे।