पुष्य नक्षत्र योग : दीपावली से पहले 24 घंटे 42 मिनट ही रहेगा खरीदी का शुभ महामुहूर्त

धर्म डेक्स। दीपावली से पहले इस बार 7 और 8 नवंबर को नक्षत्रों का राजा पुष्य दो दिन अपनी चमक बिखेरेगा। पुष्य नक्षत्र में सभी प्रकार की खरीदी शुभ और स्थायी होती है। इसलिए इस दिन सोना, चांदी, आभूषण, वस्त्र, भूमि, भवन, वाहन खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस बार पुष्य नक्षत्र की चमक 24 घंटे 42 मिनट तक रहेगी। सर्वफलदायी पुष्य नक्षत्र 7 नवंबर शनिवार को सुबह 8.04 बजे से प्रारंभ होकर अगले दिन 8 नवंबर रविवार को सुबह 8.46 बजे तक रहेगा। नक्षत्र की कुल अवधि 24 घंटा 42 मिनट रहेगी। रविवार को सूर्योदय के बाद करीब दो घंटे तक नक्षत्र का विद्यमान रहना शुभफल प्रदान करेगा। इसलिए शनिवार के साथ रविवार को भी पूरे दिन पुष्य नक्षत्र में खरीदारी की जा सकेगी। शनिवार व रविवार को पुष्य नक्षत्र होने से यह शनि पुष्य व रवि पुष्य नक्षत्र कहलाएंगे।

पुष्य नक्षत्र : 24 घंटे 42 मिनट रहेगा खरीदी का महामुहूर्त

पुष्य नक्षत्र में हर प्रकार की खरीदी स्थयी समृद्धि प्रदान करेगी। खास बात यह है कि पुष्य नक्षत्र की साक्षी में सर्वार्थसिद्धि व रवियोग का संयोग भी रहेगा। शुभकार्य व खरीदी के लिए ऐसे महामुहूर्त का संयोग कम ही बनता है। इस दिन भूमि, भवन, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद, सोना, चांदी, बीमा पॉलिसी आदि की खरीदी अत्यंत शुभ मानी जाती है।

क्यों शुभ होता है पुष्य नक्षत्र

वैदिक ज्योतिष के अनुसार पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि एवं उप स्वामी या देवता बृहस्पति है। शनि स्थायित्व का प्रतीक हैं और बृहस्पति वृद्धिकारक देवता है। इसलिए पुष्य नक्षत्र में जो भी खरीदारी की जाती है वह उसमें कभी कमी नहीं आती और वह कभी नष्ट नहीं होती। बल्कि स्थायी रहते हुए उसमें वृद्धि होती जाती है।

क्या करें पुष्य नक्षत्र में

  • पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण खरीदना सबसे ज्यादा शुभ होता है।
  • इस दिन कोई भी पीली वस्तु खरीदना चाहिए। चाहे आप पीतल के बर्तन खरीदें, पीले अनाज का भंडारण करें या पीले वस्त्र खरीदें।
  • पुष्य नक्षत्र के दिन स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए भगवान विष्णु का पूजन कर उन्हें पीतांबर धारण करवाएं। पीले फलों का नैवेद्य लगाएं।
  • पुष्य नक्षत्र में मां लक्ष्मी को केसर की खीर का नैवेद्य लगाने सर्वसुख प्राप्त होते हैं।
  • इस दिन स्वर्ण और पुखराज धारण करना चाहिए।
  • जिन युवक.युवतियों के विवाह में बाधा आ रही है, वे पुष्य नक्षत्र में कच्ची हल्दी की गांठ पीले कपड़े में बांधकर पूजन कर अपने पास रखें।
  • इस दिन केले का पेड़ लगाना शुभ होता है।
  • पुष्य नक्षत्र के दिन प्रात:काल अपने घर के मुख्य प्रवेश द्वारा को साफ.स्वच्छ करके दरवाजे के दोनों ओर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर उनके बीच में कुमकुम की बिंदी लगाएं इससे लक्ष्मी का आगमन होता है।

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