राज्य का पहला कलेक्टोरेट भवन बालोद जिसकी गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट से हो रही है पोताई

रायपुर। बालोद का कलेक्टोरेट भवन राज्य का पहला कलेक्टोरेट है, जिसकी पोताई गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट से की जा रही है। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने 27 फरवरी को सुबह स्वयं पोताई कर कलेक्टोरेट बिल्डिंग के रंग-रोगन कार्य का श्री गणेश किया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप राज्य में शासकीय भवनों की पोताई गौठानों मंे महिला समूहों द्वारा गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट किए जाने के निर्देश शासन द्वारा जारी किए जा चुके हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा प्राकृतिक पेंट को एसओआर में शामिल करने के साथ…

निर्वाचन प्रक्रिया में दिव्यांगों और थर्ड जेंडर की भागीदारी बढ़ाने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा कार्यशाला का आयोजन

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और राज्य शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया में दिव्यांग एवं थर्ड जेंडर समूह के नागरिकों की भागीदारी बढ़ाए जाने के लिए आज संवाद सेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यशाला में दिव्यांगों और थर्ड जेंडर के कल्याण के लिए काम करने वाले एनजीओ, समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों तथा थर्ड जेंडर समुदाय के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए दिव्यांगों और…

उभयलिंगी समुदाय आगे बढ़े, राज्य सरकार उनके साथ है: मंत्री श्रीमती भेंड़िया

रायपुर। उभयलिंगी समुदाय का विकास कर उन्हें मुख्यधारा में शामिल करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। उभयलिंगी समाज के लिए राज्य सरकार की कोशिशों का सफल परिणाम है कि उभयलिंगी समुदाय के 22 व्यक्तियों का चयन पुलिस में हुआ है। उभयलिंगी वर्ग को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में शामिल करने का प्रस्ताव भी रखा गया है। राज्य सरकार उभयलिंगी समुदाय के साथ है। उभयलिंगी समुदाय स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़े और कौशल उन्नयन कर अपना भविष्य उज्जवल बनाए। राष्ट्रीय कार्यशाला में उभयलिंगी समुदाय के…

गोबर से प्राकृतिक पेंट का निर्माण कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से हो रही हैं मजबूत, 13 इकाईयां स्थापित, 29 ईकाइयां प्रक्रियाधीन

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी व गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट के साथ ही अन्य सामग्रियों का निर्माण महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा हैं। गौमूत्र से फसल कीटनाशक और जीवामृत तैयार किये जा रहे हैं। महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क योजना (रीपा) आत्मनिर्भरता और सफलता की नई इबारत लिख रही है। इन सबके साथ अब गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने का काम भी पूरे प्रदेश में शुरू हो चुका…