बिहार: मकर संक्रांति पर चूड़ा-दही भोज में नहीं पकी ‘सियासी खिचड़ी’

पटना । बिहार में इस साल मकर संक्रांति को लेकर दिग्गज नेताओं के घर पर चूड़ा-दही के भोज का आयोजन नहीं होने के कारण मकर संक्रांति के मौके पर सियासी माहौल बदला नजर आया। मकर संक्रांति के दिन दही-चूड़ा भोज के लिए चर्चित जदयू के नेता वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर भी इस साल इस पर्व पर चहल पहल नहीं दिखी और ना ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया।

बिहार की राजनीति में मकर संक्रांति के दौरान चूड़ा दही का भोज देने की परंपरा वर्षो पुरानी है। मकर संक्रांति के मौके पर यहां प्रतिवर्ष सियासी दही-चूड़ा भोज का आयोजन होता रहा है, जिसमें पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल होते हैं। वैसे, इस साल भी कुछ नेताओं के आवास पर भोज का आयोजन किया गया।

जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह पिछले दो दशक से भी अधिक समय से मकर संक्रांति के मौके पर चूड़ा दही भोज का आयोजन करते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण भोज का आयोजन नहीं किया गया।

सिंह वर्ष 1999 से ही चूड़ा दही के भोज का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण इस साल भोज स्थगित किया गया है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा वे भाईचारे के लिए भोज का आयोजन करते हैं। वैसे, मकर संक्रांति के मौके पर नेताओं के यहां दिए जाने वाले भोज के बहाने सियासी खिचड़ी भी खूब पकती रही है।

मकर संक्रांति के मौके पर इस साल पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी लोगों की भीड़ नहीं देखी गई। लालू की उपस्थिति में यहां हर साल चूड़ा-दही के भोज का आयोजन होता था, लेकिन लालू की अनुपस्थिति में इस साल भी यहां भोज का आयोजन नहीं किया गया।

उल्लेखनीय है कि बिहार की सियासत में लालू प्रसाद ने ही चूड़ा-दही भोज के आयोजन की परंपरा प्रारंभ की थी। इसके बाद इसे कई नेताओं ने अपना लिया। वैसे, गुरुवार को लालू प्रसाद के पुत्र तेजप्रताप यादव ने चूड़ा-दही भोज का आयोजन अपने आवास पर किया। मकर संक्रांति के मौके पर तेजप्रताप यादव अपनी मां राबड़ी देवी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और मकर संक्रांति के मौके पर उनका आशीर्वाद भी लिया।

तेजप्रताप ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, “माता श्री से मिले तिलवा, तिलकुट, आशीर्वाद और प्यार के साथ हम तमाम बिहारवासियों के साथ मकर संक्रांति का पवित्र त्योहार मना रहे हैं। चूड़ा-दही भोज का आयोजन मेरे आवास पर किया गया है।”

इधर, जदयू के नेता और पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह के आवास पर भी भोज का आयोजन किया गया। इसके अलावा कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक अवधेश सिंह के आवास पर भी चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया, लेकिन इन आयोजनों में न उतने लोगों की उपस्थिति हुई और ना ही सियासी हलचल बढ़ी।

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