नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की ट्रेसिंग के लिए आरोग्य सेतु ऐप को सरकार की तरफ से आवश्यक टूल करार देते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ इसे एक बड़ा हथियार माना गया। लाखों भारतीयों ने इस ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड किया। लेकिन, अब इस App को आखिर किसने बनाया इस बात पर सस्पेंस पैदा हो गया है।
एक तरफ जहां आरोग्य सेतु वेबसाइट में यह कहा गया है कि इसे नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर और इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलोजी मिनिस्ट्री की तरफ से तैयार किया गया है तो वहीं दूसरी तरफ सूचना के अधिकार के तहत दोनों ने इस बात से इनकार किया है कि आखिर इस ऐप को किसने डेवलप किया। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, केन्द्रीय सूचना आयोग ने आरोग्य सेतु ऐप बनाने पर जानकारी न होने को लेकर सरकार को नोटिस जारी किया है।
Daily a new lie.
Aarogya Setu is a powerful companion which protects people. It has a robust data security architecture.
Those who indulged in surveillance all their lives, won’t know how tech can be leveraged for good! https://t.co/t8ThXmddcS— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 2, 2020
शीर्ष RTI बॉडी ने नोटिस में कहा- “अथॉरिटीज की तरफ से जानकारी न होने की दलील देना स्वीकार्य नहीं है।” इसमें कहा गया- “कोई भी चीफ पब्लिक इन्फॉर्मेशन ऑफिसर्स इस बात का जवाब देने में असक्षम थे कि किसने ऐप डेवलप किया, कहां पर फाइल्स हैं और यह बेहद ऊटपटांग है।”
Wow! "Ministry Of Electronics, NIC And NeGD Have No Information About Who Created Arogya Setu App & How It Was Created: CIC Summons CPIOs"!
Did China create it? https://t.co/Tl4MFCc0Vi— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 28, 2020
संबंधित विभाग से केन्द्रीय सूचना आयोग (CIC) ने संबंधित विभागों को 24 नवंबर को पेश होने को कहा है। दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ दास ने सूचना आयोग से यह शिकायत की थी कि आरोग्य सेतु ऐप किसने बनाया इस बारे में कई मंत्रालय जवाब देने में विफल रहे। उन्होंने ऐप के प्रस्ताव के मूल विवरण, इसके अनुमोदन विवरण, इसमें शामिल कंपनियों, व्यक्तियों और सरकारी विभागों और एप्लिकेशन को विकसित करने में शामिल निजी लोगों के बीच संचार की प्रतियां जैसे विवरण मांगे थे।
Union Minister @smritiirani tests positive for #COVID19 https://t.co/1OriHUxbaS
— DD News (@DDNewslive) October 28, 2020
करीब 2 महीने तक यह सवाल अलग-अलग विभागों के पास भेजे जाते रहे। इसके बाद नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर ने कथित तौर पर यह कहा कि “आरोग्य सेतु ऐप को डेवलप किए किए जाने से संबंधित कोई भी फाइल NIC के पास नहीं है।” सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय इन सवालों को नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन के पास भेजा, जिसने कहा- जो सूचना मांगी गई है वह हमारे प्रभाग से संबंधित नहीं है।