मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस की दी शुभकामनाएं

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को 26 नवम्बर संविधान दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री बघेल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकृत किया था। लंबे संघर्ष से मिली आजादी के बाद विविधता भरे भारत को एक मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित करना एक महती जिम्मेदारी थी। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान निर्माताओं ने सभी वर्गों की भावनाओं और जन अपेक्षाओं को संविधान में समाहित कर सशक्त राष्ट्र निर्माण के…

कॉमन धान 1815 रू और ग्रेड-ए धान 1835 रू प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार, अपने वायदे के अनुसार किसानों को 2500 रू प्रति क्विंटल का भुगतान सुनिश्चित करेगी सरकार : भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी के मामले में विधानसभा में प्रस्तुत स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि किसानों के साथ किया गया हर वादा पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि धान का प्रति क्विंटल 2500 रूपए किसानों के जेब में जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के बार-बार अनुरोध के बावजूद भारत सरकार इस निर्णय पर अड़िग है कि वह छत्तीसगढ़ के किसानों के धान को 2500 रूपए प्रति क्विंटल राशि दिए जाने पर राज्य सरकार को सहयोग नहीं…

विधानसभा में आज पहली बार गूंजा राजगीत अरपा पइरी के धार………

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज विधानसभा सत्र की शुरूआत राष्ट्र गीत वंदे मातरम …. से हुई। इसके बाद छत्तीसगढ़ का राजगीत अरपा पइरी के धार…..आज पहली बार सदन में गूंजा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़ महतारी की महिमा का बखान करता डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा के लिखे अरपा पइरी के धार …..गीत को राजगीत घोषित किया गया है। विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति के निर्णय के अनुसार आज राजगीत का गायन सदन में किया गया।

साल में एक दिन खुलती है ये दुकान, मिलता है कुछ ऐसा कि कई कि.मी. तक रहती है लम्बी लाइन

न्यूज डेक्स। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक ऐसी ही दुकान है, जिसका ताला साल भर में सिर्फ एक ही दिन खोला जाता है और जब ये दुकान खुलती है तो इसके बाहर ग्राहकों की लंबी कतारे लग जाती हैं। प्रतापगढ़ के लोगों को हर साल उस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है, जब यह दुकान खुलनी होती है। इस दुकान पर मिलने वाले मालपुए इतने मशहूर हैं कि पिछले साठ साल से यह दुकान बाजार में अपनी खास पैठ बनाए हुए है। हर साल सिर्फ हरियाली अमावस्या के…

भारतीय खाने की तौहीन करना अमेरिकी प्रोफेसर को पड़ा महंगा, हुआ ये अंजाम

वर्ल्ड न्यूज। कभी भी किसी देश के खाने या उस देश की सभ्यता से जुड़ी किसी भी बात मजाक बनाना या उसकी निंदा करना बेहद गलत साबित होता हैं। ऐसा करने वाले को शायद ये नहीं पता होता कि अगर वो मज़ाक भी कर रहा होगा तो उसका अंजाम उसे कैसे भुगतना पड़ सकता हैं। बता दें कि ट्विटर एक ऐसी जगह है जहां पर इंटरनेट यूजर्स रोज ही अपने विचारों खुले दिल से रख रहे होते हैं। कुछ लोग यहां कोई खुशी की बात शेयर कर रहे होते हैं…